पटना में 10 रुपये में रहना और 15 रूपये में एक टाइम का खाना।

पुरे दुनिया में बहुत बड़े-बड़े लोग, कंपनी और NGO (Non nongovernmental organisation) है, जो समाज में असहाय वंचितों की सहायता के लिए काम करती हैं। पर सहायता कार्य जो हमारे आस-पास हो, वह हमारे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।

पटना के अशोक राजपथ में "कोशिश चैरिटेबल ट्रस्ट" के द्वारा आश्रय गृह (रैन बसेरा) का संचालन किया जा रहा है।
जहां पर वैसे लोग, जिनके पास पैस की तंगी रहती है उनके लिए 10 रुपये में रहने (बेड एवं शौचालय) और 15 रूपये में एक टाइम का खाना उपलब्ध कराया जाता है।

ट्रस्ट के HR सदस्य श्रतिवज कुमार (9934463192) का कहना है कि ट्रस्ट तो वैसे ह्युमन राइट्स के सारे मुद्दों पर काम करती है। रही बात इस रैन बसेरा की तो इसमें 25 सीटें हैं, जहां पर कोई भी व्यक्ति आ कर के रह सकता हैं। बरसते कि वे रात्री 11 बजे के पहले अपनी एन्ट्री करवा लें। रैन बसेरा में आने वाले आगंतुक के पास उनके पहचान के तौर पर किसी भी एक I'd प्रूफ का रहना जरूरी होता है। एक बार I'd प्रूफ जमा कर रहने के बाद, यदि व्यक्ति दोबारा आता है तो..उसे पहचान पत्र देने की आवश्यकता नहीं, क्योंकि पहले का दिया हुआ पहचान पत्र हमेशा के लिए जमा हो जाता है।
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इस रैन बसेरा को मॉडल  रैन बसेरा के रूप में, सरकार के सामने पेश करने की भी तैयारी है। ताकि सरकार इस रैन बसेरा के तर्ज पर,15 रुपये में खाना और 10 रूपये में रहने की व्यवस्था उपलब्ध करा सकें।

Note- यह लेख मैंने रैन बसेरा में मात्र एक घंटे रहने और चैरिटेबल ट्रस्ट के कर्मचारियों से बातचीत के आधार पर लिखा है।
मनिष कुमार (8804468775)
पत्रकारिता छात्र, पटना।

इस #आश्रय_गृह रैन बसेरा का शुभारंभ 30 जनवरी 2018 को हुआ था। रैन बसेरा चलाने वाले ट्रस्ट का ऑफिस, आब्दिक हाउस फ्रेजर रोड पटना में है।
वहीं रैन बसेरा के देखरेख करने वाले स्थानीय कर्मचारी पंकज (8873268494) ने बताया की बेड, पंखा, पानी(RO), इत्यादि के लिए सहायता राशि सरकार से मिलती है। पर 15 रुपये में कैसे गुणवत्ता उक्त खाना खिलाया जाए, यह पुरी की पुरी जिम्मेदारी हमारे ट्रस्ट की है।

संस्था से जुड़े समाजसेवी विजय कान्त (9835457408) ने कहा कि हमलोग वर्षों से ह्युमन राइट्स के लिए काम भी कर रहे हैं।
और इस रैन बसेरा में आने वाले बीमार व्यक्ति को, अस्पताल ले जाने, पुर्जा लगाने, जरूरत मंद को अस्पताल में बेड दिलाने तक का काम करते हैं। 
वहीं प्रत्येक मंगलवार को गरीब रिक्शा चालक, ठेला चालक, मजदूरों, शहर के सफाई कर्मी, निसहाय वंचितों इत्यादि के लिए...एक्सपर्टों के द्वारा 2 घंटे का काउंसिलिंग वर्ग का भी आयोजन किया जाता है। जिसमें उनके हक, उनके किसी समस्या (लड़ाई-झगड़ा सहित), उनके लिए सरकारी योजनाओं इत्यादि को सरल तरीके से समझाया और निवारण के लिए तरकीब भी बताया जाता है।

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